अमेरिकी मल्टीनेशनल कंपनी Oracle ने अपने चर्चित क्लाउड यूनिट में कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, इस हफ्ते प्रभावित कर्मचारियों को बता दिया गया कि उनकी पोजीशन खत्म कर दी गई है।
हालांकि, कितने लोगों की नौकरी गई है इसका पूरा आंकड़ा अभी साफ नहीं है। सूत्रों का कहना है कि यह छंटनी परफॉर्मेंस इश्यूज से जुड़ी है। दिलचस्प बात यह है कि कंपनी का यह डिपार्टमेंट अभी भी नए लोगों की भर्ती कर रहा है।
रणनीति बदलने पर आती है छंटनी
जून में दायर एक फाइलिंग में Oracle ने कहा था कि कंपनी समय-समय पर अपनी रणनीति, रीऑर्गनाइजेशन या परफॉर्मेंस के आधार पर वर्कफोर्स में बदलाव करती है। ऐसे रीस्ट्रक्चरिंग कदमों से कंपनी पर लागत बढ़ सकती है और कर्मचारियों को एडजस्ट करने में समय लग सकता है।

AI के बढ़ते खर्च के बीच छंटनी का दौर
पिछले कुछ महीनों में कई टेक दिग्गजों ने AI इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के बढ़ते खर्च को मैनेज करने के लिए अन्य डिपार्टमेंट्स में छंटनी की है।
Microsoft ने इस साल करीब 15,000 कर्मचारियों को निकाला।
Amazon और Meta Platforms ने भी स्टाफ कम किया है, ताकि ज्यादा संसाधन AI प्रोजेक्ट्स में लगाए जा सकें।
OpenAI के साथ बड़ा डील, फिर भी बढ़ा दबाव
Oracle की छंटनी ऐसे समय पर हुई है जब इसका स्टॉक लगभग ऑल-टाइम हाई पर है। दरअसल, हाल ही में Oracle ने OpenAI के साथ एक ऐतिहासिक डील की थी, जिसके तहत अमेरिका में 4.5 गीगावॉट डेटा सेंटर पावर उपलब्ध कराई जाएगी।
इस डील में OpenAI ने Oracle के डेटा सेंटर्स से भारी मात्रा में कंप्यूटिंग पावर किराए पर लेने का समझौता किया है। यह Stargate प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जिसमें Oracle और SoftBank Group मिलकर $500 बिलियन (करीब 41 लाख करोड़ रुपये) AI इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश करेंगे।
खर्च आय से ज्यादा
रिपोर्ट के मुताबिक, Oracle को अब भी बड़े डेटा सेंटर बनाने में दसियों अरब डॉलर का खर्च करना है। इतना ही नहीं, मई में खत्म हुए फाइनेंशियल ईयर में कंपनी ने जितना कमाया, उससे ज्यादा खर्च किया।
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